पंचायत चुनाव: मध्य यूपी में बजा सपा का डंका

डेस्क। पंचायत चुनाव में मध्य यूपी के कानपुर समेत नौ जिलों में सपा ने सबको पछाड़ दिया है। सपा ने 338 जिला पंचायत सदस्य सीटों में से करीब 150 पर जीत हासिल की है। बाकी दलों से ज्यादा निर्दलियों ने मैदान मारा है। हालांकि इसमें अधिकतर भाजपा और सपा के बागी हैं। अधिकतर जिलों में कांग्रेस साफ दिख रही है, जबकि बसपा तीसरे नंबर है। सपा ने अपने गढ़ इटावा के अलावा औरैया, कन्नौज, फर्रुखाबाद, हरदोई के अलावा उन्नाव में अच्छा प्रदर्शन किया है। इटावा की 24 में से 20 सीटें सपा और प्रसपा ने मिलकर जीती हैं जबकि भाजपा और बसपा को एक-एक सीट पर ही संतोष करना पड़ा। औरैया में यह स्थिति तो नहीं है लेकिन सपा बाकी दलों से बहुत आगे है, यहां की 23 सीटों में सपा ने 13 पर जीत हासिल की है, भाजपा यहां दूसरे नंबर पर है। कन्नौज में ज्यादा अंतर नहीं है, फिर भी सपा 28 में नौ सीटें जीतकर सबसे ऊपर है, यहां भाजपा को सात सीटें मिलीं, जबकि 10 निर्दलीय जीते हैं जिनमें अधिकतर सपा के बागी हैं। फर्रुखाबाद में करीब-करीब आधी सीटें अकेले सपा ने जीती हैं, हालांकि यहां मंगलवार देर शाम तक भी सीटों की अधिकृत घोषणा नहीं हो पायी। हरदोई में सपा एक बार फिर मजबूती के साथ उभरी है, हालांकि यहां जीतने वालों में बागियों की संख्या सबसे अधिक है। यहीं की 72 सीटों में सपा को 17 पर बढ़त मिली है जबकि भाजपा 14 में जीती है। बसपा को नौ सीटों पर संतोष करना पड़ रहा, लेकिन यहां जीतने वाले निर्दलियों की संख्या 25 से ऊपर है। सबसे चौकाने वाले नतीजे उन्नाव के रहे हैं जहां 51 सीटों में से सपा ने 19 पर जीत हासिल कर ली, भाजपा को यहां सिर्फ नौ सीटों पर संतोष करना पड़ा। यहां सबसे अधिक 20 निर्दलीय जीते हैं जिमें बड़ी संख्या में भाजपा के बागियों की है। कानपुर नगर जो अब भाजपा का गढ़ बन चुका है यहां भी सपा ने अच्छा प्रदर्शन किया है। 32 में से 11 सीटें जीतकर सपा यहां सबसे मजबूत है, भाजपा को आठ सीटें मिली हैं जबकि सात निर्दलीय जीते हैं। बसपा का भी प्रदर्शन यहां कुछ हद तक ठीक है, उसे छह सीटें हासिल हुई हैं। कानपुर देहात में पिछले चुनावों की तरह सपा ही आगे है, यहां की 32 सीटों में दस पर सपा जीती है जबकि भाजपा को सिर्फ तीन सीटें मिली हैं। बसपा को यहां चार जबकि आठ निर्दलीय जीते हैं जिसमें अधिकतर सपा के बागी हैं। फतेहपुर में भाजपा का प्रदर्शन अच्छा दिख रहा है लेकिन यहां की अधिकतर सीटों पर विवाद की स्थिति है जिससे आधिकृत घोषणा नहीं हो पायी। यहां की 46 सीटों में करीब आधी की स्थिति ही साफ हुई है जिसमें से दस पर भाजपा और सात पर सपा जीती है। यहां बसपा और कांग्रेस ने 4-4 सीटें हासिल की हैं। अपना दल ने भी कुछ जिलों में खाता खोल है, हरदोई में दल को तीन सीटें मिली हैं।